आकाश चोपड़ा:द बैट्समैन या द कमेंटेटर, हिंदी कमेंट्री की धड़कती जान।


भारत में क्रिकेट किस तरह से प्रचलित है, इससे तो हर एक आम नागरिक वाकिब है । और एक क्रिकेट प्रेमी के लिए कमेंट्री आवश्यक है, क्योंकि हम  देखने के साथ उसका विवरण सुनना पसंद करते है । कमेंट्री  के विषय  में बात करने पर एक चेहरा जो हम सभी क्रिकेट प्रेमियों के सामने खुद प्रतीत होता है , यह चेहरा लोकप्रिय कमेंटेटर आकाश चोपड़ा का है । कमेंटटरी में ख्याति पाने के पहले वह भारत के लिए एक सलामी बल्लेबाज़ के रूप में खेल चुके है । उनका जन्म 19 सितंबर 1977 को आगरा, उत्तर प्रदेश  में हुआ था। क्रिकेट को करियर के रूप में देखना ही उनके जीवन को संघर्षपूर्ण दर्शाता है ।

भले ही उन्होंने भारत के लिए खेलते हुए लोगो के दिलों में अपनी छाप नहीं छोड़ी  है, पर आज हर एक भारतीय क्रिकेट प्रेमी उनको जानता  है और उनके कमेंट्री का बड़ा फैन है । हो सकता है कई सारे लोग  ये भी नहीं जानते हो की उन्होंने आईपीएल के पहले संस्करण में कोलकाता की ओर भाग लिया था, लेकिन यह जरूर संभव है की कुछ दर्शक सिर्फ उनकी लोकप्रियता के कारण ही आईपीएल के मैच देखते हो जिसमे भी आकाश चोपड़ा कमेंट्री करते हो ।  एक बेहतरीन  और  एक लोकप्रिय कमेंटेटर होने के अलावे उनके खेल के प्रति समझ भी अद्वितीय है। इतना ही नहीं बल्कि वह क्रिकेट के विश्लेषक भी है । अगर आपने एक बार भी उनकी कमेंटटरी सुनी होगी तो आप आसानी से उन्हें दूसरे अन्य कमेंटेटर से अलग बता देंगे । यहाँ तक की एक विश्लेषक के तौर पर भी उनकी लगभग बाते शत-प्रतिशत सही ही होती है ।

उनकी एक ख़ास बात जो मुझे बहुत ज्यादा पसंद आती हैं की जिस प्रकार से खिलाड़िओं का एक नाम रखते है । जैसे के एल  राहुल के लाजवाव राहुल, रोहित का हिटमैन, कोहली का द रन मशीन, आदि।  यहाँ तक की अन्य कमेंटेटर्स भी उनके इन नामों का प्रयोग करते है। अपने कमेंट्री के अलावे उनका एक यूटुब चैनल है जहा पर वह रोज क्रिकेट से जुड़ी बाते करते हैं। उनके विश्लेषण को देखकर ऐसा लगता है की भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच उन्हें होना चाहिए। 

अगर बात सिर्फ हिंदी कमेंट्री की हो तो  उनसे आगे कोई नहीं है। और ऐसा शायद मैं ही नहीं बल्कि वे सारे हिंदी कमेंट्री के प्रसंसको का  मानना हैं। और मेरे लिए  हिंदी कमेंट्री का रोमांच और भी बढ़ जाता है अगर आकाश चोपड़ा, वीरेंद्र सहवाग और वि. वि. एस. लक्ष्मण की तिकड़ी  कमेंट्री कर रही हो। क्योंकि वीरू पाजी के पास जो कहानियों की भंडार है और उनके साथ वि. वि. एस. लक्ष्मण की मीठी हिंदी बोली हो, साथ ही आकाश चोपड़ा का विवरण। इनकी कमेंट्री हो और भले आपकी टीम हार क्यों न रही हो, पर रोमांच हमेशा बना रहता है।

आपकी क्या राय है जरूर कमेंट सेक्शन में बताये। साथ ही अगर अच्छा  लगा हो तो अपने दोस्तों को शेयर करे ।

धन्यवाद ।

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